Gonda News: भूमि अधिग्रहण के बाद भुगतान के लिए चक्कर लगा रहे ग्रामीण

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गोंडा। रिंग रोड निर्माण में जिले के 12 गांवों से भूमि का अधिग्रहण किया गया है। ग्रामीण भुगतान के लिए अभी तक एसएलओ कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। 168 हेक्टेअर भूमि के लिए करीब 150 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाना है।

रिंग रोड लखनऊ हाइवे के बालपुर पुल से तरबगंज रोड को जोड़ते हुए बलरामपुर रोड से बहराइच रोड होते हुए वापस लखनऊ हाईवे से जुड़ जाएगी। इसके दायरे मेें गोंडा जिले के 12 गांव आ रहे हैं, जबकि अन्य जिलों को मिलाकर 35 गांव शामिल हैं। भूमि अध्याप्ति अधिकारी के कार्यालय में नियमित रूप से बड़ी संख्या में प्रभावित किसान पहुंच रहे हैं। जहां भुगतान नहीं होने की वजह कागजों में गलती बताई जा रही है।

जबकि गांव या परिवार में एक व्यक्ति के डाक्यूमेंट मेें गलती के चलते कई लोगों का भुगतान रुका हुआ है। जिला भूमि अध्याप्ति अधिकारी चंद्रशेखर ने बताया कि अभी तक करीब 70 फीसदी लोगों का भुगतान कर दिया गया है। जबकि अन्य के भुगतान का कार्य प्रगति पर है।

तुलसीपुर मांझा का फिर से होगा गजट

रिंग रोड निर्माण के 12 गांवों में से एक तुलसीपुर माझा के नक्शे में परिवर्तन किया गया है। ऐसे में इस गांव की भूमि का फिर से गजट किया जाना है। नवाबगंज ब्लाॅक की ग्राम पंचायत महेशपुर, दुर्गागंज, दुल्लापुर एहतमाली, जैतपुर, महंगूपुर एहतमाली, चौखड़िया कदीम, चौखड़िया जदीद, गोकुला, साकीपुर, दत्तनगर, ब्योंदा माझा आदि गांव से भूमि का अधिग्रहण किया गया है।

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