Gonda News: तरबगंज में बाढ़ जैसे हालात, करनैलगंज में तट से टकरा रही सरयू

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गोंडा में ड्रोन कैमरे से ली गई सरयू नदी में पानी बढ़ने की तस्वीर।

गोंडा। बैराजों से लगातार छोड़े जा रहे पानी से सरयू में बाढ़ का संकट गहरा गया है। नदी अब खतरे के निशान से महज 73 सेमी दूर है। इस बीच बैराजों से छोड़ा गया दो लाख 58 हजार क्यूसेक पानी पहुंचने से पहले ही नदी के तेवर तीखे हो गए हैं। तरबगंज में पानी के फैलाव से गावों में बाढ़ जैसी स्थिति है तो करनैलगंज में तटबंधों से नदी टकरा रही है। जिससे तटबंधों को खतरा बढ़ गया है।

बाढ़ की स्थिति पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी नजर है। जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह बुधवार को जिले के दौरे पर आए थे। उन्होंने ऐली परसौली में बाढ़ की स्थिति भी परखी थी। माना जा रहा है कि इसके बाद ही मुख्यमंत्री के आने के संकेत मिले हैं। 15 जुलाई को वह बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर सकते हैं। इसके लिए जिला प्रशासन भी हरकत में है। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने ऐली परसौली पहुंचकर हेलीपैड और मुख्यमंत्री के आगमन स्थल का निरीक्षण किया। इस बीच सिंचाई एवं बाढ़ कार्य खंड के अधिकारी भी ऐली परसौली के साथ ही तटबंध के अन्य स्थानों को दुरुस्त करने में जुटे हैं।

आज असर दिखा सकता है बैराजों का पानी

उमरीबेगमगंज (गोंडा)। विभिन्न बैराजों एवं पहाड़ी नालों से छोड़े गया पानी शुक्रवार को एल्गिन ब्रिज पर पहुंचने की संभावना है। हालांकि, सरयू खतरे के निशान 106.07 की तुलना 105.346 पर पहुंच चुकी है। अब वह खतरे के निशान से मात्र 73 सेंटीमीटर नीचे है। एल्गिन पर 2 लाख 58 हजार क्यूसेक पानी पहुंचने के बाद सरयू का जलस्तर खतरे के निशान को छू सकता है। फिलहाल अभी नदी और बांध के बीच के हिस्से की जमीन को जबरदस्त तरीके से कटान करते हुए नदी बांध की तरफ बढ़ रही है। चंदापुर किटोली के पास नदी बांध से टकरा रही है। दो वर्ष पूर्व इसी तरह पानी के टकराव से बांध में कटान शुरू हुई थी। तब बड़ी जद्दोजहद के बाद बांध को बचाया जा सका था। अवर अभियंता रवि वर्मा बताते हैं कि बांध की सुरक्षा की जा रही है, किसी प्रकार का कोई खतरा अभी नहीं है।

सीसीटीवी व ड्रोन से तटबंधों की शुरू हुई निगरानी

करनैलगंज (गोंडा)। उपजिलाधिकारी विशाल कुमार ने बृहस्पतिवार को एल्गिन चरसड़ी बांध का निरीक्षण किया और जिले के पूर्व में बाढ़ प्रभावित रहे गांव में लोगों से बातचीत की। बाढ़ के प्रति लोगों को सजग रहने के साथ ही एसडीएम ने मौके पर राजस्व विभाग की टीम को मुस्तैद कर दिया। एसडीएम ने नकहारा, गौरा सिंहपुर, काशीपुर एवं चंदापुर किटोली गांव का दौरा किया। उन्होंने बताया कि जरूरत होने पर सभी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ बाढ़ खंड के अधिकारियों को लगातार बांध पर कांबिंग करने और जहां नदी बांध से सटकर बह रही है, वहां विशेष तौर पर सीसीटीवी कैमरे के साथ ड्रोन कैमरे से रखवाली करने के निर्देश दिए।

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