Gonda News: 16 फीसदी युवा हो रहे ‘हाई-बीपी’ के शिकार
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गोंडा। आमतौर 50 साल की उम्र के बाद ही लोगों में हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी होने की अधिक संभावनाएं रहती हैं। मगर बदली जीवनशैली में बीते कुछ सालों से युवा वर्ग तेजी से इसकी चपेट में आ रहा है। आमतौर पर लोग इसके शुरुआती लक्षणों को गंभीरता से नहीं लेते हैं, जिससे समस्या बढ़ती जाती है। ये बातें बुधवार को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस पर आयोजित गोष्ठी में सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा ने कही।
सीएमओ कार्यालय में आयोजित गोष्ठी में डॉ. रश्मि वर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के मुताबिक जिले में 16 फीसदी युवा ब्लड प्रेशर का शिकार हो रहे हैं। फिजीशियन डॉ. दीपक सिंह ने कहा कि हर रोज जिला अस्पताल की ओपीडी व इमरजेंसी में 200 से अधिक लोग मरीज हाइपरटेंशन के आ रहे हैं। बीमारी का कारण पारिवारिक इतिहास, तनाव, असंयमित खानपान, अनियमित जीवनशैली, अतिमहत्वाकांक्षा हो सकती है। कुछ मामलों में इसकी वजह आनुवांशिक भी होती है। स्वस्थ व्यक्ति का ब्लड प्रेशर 120-80 होता है। यदि यह 140-90 या इससे अधिक है तो यह सेहत के लिए ठीक नहीं है।
खरगूपुर संवाद के अनुसार विश्व उच्च रक्तचाप दिवस पर स्थानीय सीएचसी पर योग शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें योग शिविर के बाद 60 लोगों की मधुमेह व रक्तचाप की जांच की गई। कार्यक्रम का उद्घाटन नवनिर्वाचित नगर पंचायत अध्यक्ष ममता रस्तोगी ने किया। इस अवसर डॉ. श्वेता त्रिपाठी, राजीव रस्तोगी, डॉ. अब्दुल मन्नान, चीफ फार्मासिस्ट जीपी तिवारी, कुलदीप तिवारी, रजत कुमार, परमात्मा गुप्ता, मंजू शुक्ला, ज्योति गुप्ता, अखिलेश कुमार आदि मौजूद रहे।
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