Gonda News: 1,575 विद्यालयों के बच्चों की परखी जाएगी निपुण दक्षता
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गोंडा। जिले के परिषदीय विद्यालय अकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) और संकुल शिक्षकों के गोद लेने के बाद कक्षा एक से तीन के बच्चों ने कितनी दक्षता हासिल की है। इसका पता लगाने के लिए डॉयट प्राचार्य के नेतृत्व में निपुण लक्ष्य एप के माध्यम से डीएलएड प्रशिक्षु करेंगे। जिले के 15सौ से अधिक विद्यालयों में जाकर प्रशिक्षु एप के माध्यम से सवालों का जवाब का आंकलन करेंगे। इसके लिए प्रशिक्षुओं को 250 रुपये प्रति विद्यालय के हिसाब से भुगतान किया जाएगा।
निपुण लक्ष्य 2025-26 के तहत प्रत्येक एआरपी ने 10-10 विद्यालयों को गोद लिया था। ऐसे में जिले के कुल 74 एआरपी ने कुल 740 विद्यालयों में बच्चों की दक्षता बढ़ाने में शिक्षकों व बच्चों के प्रयास किए हैं। वहीं 835 संकुल शिक्षकों ने खुद को विद्यालय को निपुण बनाने का संकल्प लिया था। ऐसे में शासन स्तर से कक्षा एक से तीन तक के बच्चे कितने निपुण हुए हैं, इसके आंकलन की जिम्मेदारी डॉयट प्राचार्य को सौंपी है।
प्रत्येक दिवस में दो डीएलएड की प्रशिक्षु टीम दो विद्यालय में एप के माध्यम से सवालों का जवाब लेंगे। एक विद्यालय से कुल 36 बच्चों व एक कक्षा से 12 विद्यार्थियों से सवालों का जवाब लिया जाएगा। इससे विद्यालयों के निपुण दक्षता का पता चल सकेगा। जिला समन्वयक हरिगोविंद यादव ने बताया कि कुल मिलाकर 1,575 विद्यालयों का आंकलन किया जाना है।
एप पर स्वत: ही आ जाएगा परिणाम
बीएसए प्रेमचंद ने बताया कि एप पर स्वत: ही परिणाम आ जाएगा। ऐसे में पता चल जाएगा कि कितने बच्चे विद्यालय में निपुण हैं। प्रत्येक विद्यालय में प्रत्येक कक्षा में रैंडम 12 में नौ बच्चे निपुण आने पर निपुण विद्यालय घोषित किया जाएगा।
23 से पांच दिसंबर के बीच कराया जाएगा आकलन
23 नवंबर से पांच दिसंबर के बीच आकलन कराया जाना है। इससे विद्यालयों में पढ़ाई का स्तर पता चल सकेगा। एप के माध्यम से विद्यालयों के निपुण स्तर का आंकलन किया जाएगा।
-अतुल तिवारी, डायट प्राचार्य
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