Gonda News: एक साल बाद महिला अस्पताल को मिला बेहोशी का डॉक्टर

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संवाद न्यूज एजेंसी, गोंडा

Updated Tue, 10 Oct 2023 11:42 PM IST

गोंडा। जिला महिला अस्पताल में बेहोशी के डॉक्टर न होने का हवाला देकर आए दिन ऑपरेशन ठप होने की समस्या अब खत्म हो जाएगी। अस्पताल में एक साल बाद शासन स्तर से बेहोशी के डॉक्टर की तैनाती की गई है। इससे गर्भवतियों को राहत मिलने की उम्मीद है।

जिले में मौजूदा समय में 59 हजार महिलाएं गर्भवती हैं। इनके सुरक्षित प्रसव की जिम्मेदारी जिला महिला अस्पताल पर है। मगर महिला अस्पताल करीब एक साल से अव्यवस्थाओं से जूझ रहा है। बेहोशी के डॉक्टर न होने से आए दिन ऑपरेशन ठप हो जाते हैं, जिससे गर्भवती महिलाओं को निजी नर्सिंगहोम में हजारों रुपये खर्च कर प्रसव कराना पड़ता है। पिछले तीन अक्तूबर से दस अक्तूबर तक मात्र एक दिन ही ऑपरेशन हुए। बाकी दिनों सौ से अधिक गर्भवतियों को बाहर ऑपरेशन कराना पड़ा।

बता दें कि विगत अक्तूबर 2022 को महिला अस्पताल में तैनात बेहोशी के चिकित्सक डॉ. यूसुफ किदवई ने बीमारी के कारण ड्यूटी पर आना छोड़ दिया। उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन कर दिया। जिस पर सीएमओ के अधीन तैनात बेहोशी के चिकित्सक डॉ. कुमार ज्ञानम को महिला अस्पताल से संबद्ध कर दिया गया मगर वह किसी न किसी बहाने छुट्टी पर ही रहते हैं। मंगलवार को शासन की ओर से जिला महिला अस्पताल के लिए बेहोशी के डॉक्टर की तैनाती कर दी गई। विशेष सचिव धीरेंद्र सिंह सचान ने सोनभद्र के सीएमओ के अधीन तैनात निश्चेतक डॉ. राम कुंअर को गोंडा के जिला महिला अस्पताल में नियुक्त किया है।

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