Gonda News: बुजुर्ग की मौत में बाद गांव में जुटी स्वास्थ्य विभाग की टीम

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संवाद न्यूज एजेंसी, गोंडा

Updated Thu, 05 Oct 2023 11:33 PM IST

गोंडा में इटियाथोक के बसंतपुर राजा गांव में खून की जांच करती स्वास्थ्य टीम।

गोंडा। बदलते मौसम के कारण जिले में वायरल का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई सिर्फ कागजों तक सीमित है। इटियाथोक विकासखंड के ग्राम पंचायत बसंतपुर राजा में तेज बुखार से बुजुर्ग की मौत के बाद स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया और दूसरे दिन से लगातार स्वास्थ्य टीमें गांव में डेरा डाले हुए है।

बुधवार शाम को विभिन्न जांच पड़ताल के बाद टीम इस नजीते पर पहुंची कि बुजुर्ग की मौत दिमागी बुखार से नहीं बल्कि मैनिंजाइटिस नामक बीमारी के कारण हुई थी।

करीब एक महीने से हर घर में कोई न कोई वायरल बुखार से पीड़ित है। विगत तीन सितंबर के संस्करण में अमर उजाला में तेज बुखार से तीन की मौत, सैकड़ों बीमार शीर्षक से खबर प्रकाशित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद खुली। इटियाथोक के बसंतपुर राजा गांव के निवासी रामचंदर वर्मा (72) की बुखार से मौत होने के बाद गांव में हर रोज स्वास्थ्य टीमों का जमावड़ा होने लगा। गांव के प्रत्येक सदस्य की डेंगू व मलेरिया की जांच कराई गई।

पंचायत के सहयोग से पूरे गांव में फॅागिंग, दवा छिड़काव व साफ-सफाई कराई गई। बुधवार को जिला स्तरीय व सीएचसी की संयुक्त टीम ने पहुंचकर बुजुर्ग की मौत के कारण की पड़ताल की।

मलेरिया निरीक्षक डॉ. पुष्पेंद्र मिश्र ने बताया कि संबंधित व्यक्ति की मौत दिमागी बुखार से नहीं हुई थी। एमआई ने बताया कि संबंधित व्यक्ति की मेडिकल कॉलेज से जांच हुई थी, लेकिन दिमागी बुखार या अन्य बीमारी की पुष्टि नहीं हुई। जिससे परिजनों ने राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया, जहां जांच किए जाने पर मैनिंजाइटिस नामक बीमारी सामने आई। स्वास्थ्य टीम में डॉ. जेएल रस्तोगी, अंकित पांडेय, सुएब जैदी आदि रहे।

मैनिंजाइटिस के लक्षण

मैनिंजाइटिस संक्रमित व्यक्ति को सिर में दर्द, बुखार, उल्टी, त्वचा व होंठ पीला होना, ठंड लगना आदि लक्षण पाए जाते हैं। बदलते मौसम में इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। इससे बुजुर्ग व बच्चे अधिक प्रभावित होते हैं।

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