Gonda News: वायरल चैट पर भाजपा में घमासान

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गोंडा। निकाय चुनाव में मतदान के बाद समीक्षाओं का दौर चल ही रहा है। इसी बीच सोशल मीडिया पर वायरल एक चैट के स्क्रीनशॉट को लेकर घमासान मच गया है। इसे लेकर सदर विधायक के करीबी व संगठन के पदाधिकारी आमने-सामने आ गए हैं। वायरल चैट में भाजपा के जिला व क्षेत्रीय पदाधिकारियों पर भितरघात कर एक निर्दल प्रत्याशी की मदद का आरोप लगाया जा रहा है। भाजपा ने इस चैट को फर्जी बताकर संगठन को बदनाम करने की साजिश बताया है। भाजपाइयों ने एएसपी से शिकायत कर चैट की जांच कराकर इसे वायरल करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है।

काजीदेवर के जिला पंचायत सदस्य सुशील शुक्ल ने रविवार को फेसबुक पर एक चैट का स्क्रीनशॉट पोस्ट किया। जिसमें भाजपा के जिला उपाध्यक्ष मनीष सिंह से बातचीत का दावा किया जा रहा है। चैट के अनुसार मनीष सिंह किसी व्यक्ति से निर्दल प्रत्याशी के चुनाव निशान लट्टू की मदद करने की बात कह रहे हैं। उसमें जिला मंत्री विनय शर्मा व पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष पीयूष मिश्र के अपने पक्ष में होने का जिक्र किया गया है। इसी चैट को पंकज पांडेय नाम के यूजर की ओर से भी पोस्ट किया गया। दूसरे चैट में जिला कार्यसमिति सदस्य मनीष द्विवेदी से बातचीत का दावा किया जा रहा है। उसमें भी निर्दल प्रत्याशी की मदद की बात कही जा रही है। चैट वायरल करने वाले दोनों लोग सदर विधायक प्रतीक भूषण सिंह के करीब बताए जा रहे हैं।

भाजपा कार्यकर्ताओं ने एएसपी शिवराज व नगर कोतवाल राकेश सिंह को शिकायती पत्र देकर वायरल चैट की जांच कराने की मांग की है। जिला कार्यसमिति सदस्य मनीष द्विवेदी ने तहरीर देकर बताया कि सुशील शुक्ल नाम की फेसबुक आईडी से उनका प्रोफाइल पिक्चर लगाकर फर्जी चैट वायरल की जा रही है। जिससे उनकी व पार्टी की छवि धूमिल हो रही है। मनीष ने जांच कराकर फर्जी चैट वायरल करने वालों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की।

वायरल चैट को लेकर भाजपा संगठन में आक्रोश व्याप्त है। जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप ने कहा कि कुछ लोग संगठन को बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं। यह सब एक व्यक्ति विशेष के इशारे पर हो रहा है। यदि भाजपा का प्रत्याशी जीत गया तो सेहरा वह खुद पहनेंगे और हार की स्थिति में संगठन पर ठीकरा फोड़ने की पटकथा लिखी जा रही है। पहले भी इन्हीं लोगों के कारण पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। जो लोग फर्जी चैट वायरल कर रहे हैं, उनका भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है।

सोशल मीडिया पर जो मैसेंजर चैट वायरल किया जा रहा है, उसमें दोनों तरफ से बात करने वालों की डीपी एक ही है। सवाल करने वाले व जवाब देने वाले दोनों की प्रोफाइल पिक्चर समान होने के कारण चैटिंग फेक होने की बात कही जा रही है।

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