Gonda News: खुद को फंसता देख, सीएमओ ने की बिल में कटौती
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गोंडा। स्वास्थ्य विभाग में मेडिकल उपकरणों की खरीद फरोख्त की जांच चल ही रही थी कि फाइलेरिया उन्मूलन के पोस्टर में भी घपला सामने आ गया। अपनी गर्दन फंसता देखकर सीएमओ ने सेवाप्रदाता एजेंसी के बिल में कटौती कर कार्रवाई की खानापूर्ति कर दी।
फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत जागरुकता के लिए विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों व गांवों के लिए बैनर, पोस्टर, ब्रोशर व लीफलेट के प्रकाशन का कार्य मेसर्स परी इंटरप्राइजेज को दिया गया था। जिस पर संबंधित फर्म ने पोस्टर का साइज कम कर स्वास्थ्य विभाग को आपूर्ति कर दी। टेंडर के अनुसार संबंधित फर्म को छह गुणा तीन साइज के 1322 पोस्टर छापना था, जिसके लिए प्रत्येक बैनर का 149.94 रुपये भुगतान किया जाना था। लेकिन संबंधित फर्म ने बैनर का साइज छोटा कर पांच गुणा पांच की आपूर्ति दे दी गई।
सभी पोस्टर चस्पा हो गए, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने बैनर की साइज नापना मुनासिब नहीं समझा। जिससे घपले में सेवाप्रदाता एजेंसी के अलावा सीएमओ की संलिप्तता का आरोप लगाकर नगर मजिस्ट्रेट से शिकायत हुई है। अब घपले में अपनी गर्दन फंसता देख सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर संबंधित संस्था के बिल में 60567.43 रुपये की कटौती करने की सूचना दे दी। जबकि न तो घपला करने वाले एजेंसी को ब्लैकलिस्ट में डाला गया और न ही उस पर कोई विधिक कार्रवाई की गई। सीएमओ कार्यालय से जुड़े एक लिपिक की मानें तो कई उपकरण खरीद फरोख्त में घोटाला की संभावना जताई जा रही है।
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