Gonda News: जलस्तर स्थिर मगर टला नहीं बाढ़ का खतरा
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करनैलगंज के बांसगांव के पास जमीन की कटान करती सरयू नदी। – संवाद
गोंडा। बैराजों से लगातार पानी तो छोड़ा जा रहा है मगर सरयू नदी खतरे के निशान से 29 सेंटीमीटर नीचे ही थमी है। वहीं, दो लाख 88 हजार क्यूसेक पानी का नदी में डिस्चार्ज बना हुआ है। इससे जलस्तर में कभी भी उफान होने की आशंका से लोगों की सांसें अटकी हैं। माना जा रहा है कि बैराजों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे कभी भी बाढ़ की स्थिति गंभीर हो सकती है।
सरयू के जलस्तर में बीते दिनों उतार-चढ़ाव से बाढ़ का संकट गहरा गया था। शुक्रवार से नदी खतरे के निशान से 29 सेंटीमीटर नीचे चली गई थी। तब से जलस्तर स्थिर है। इससे बाढ़ का संकट तो कम हुआ है मगर बैराजों से आए पानी का डिस्चार्ज बढ़ने से समस्या कभी भी भयावह हो सकती है। फिलहाल करनैलगंज में एलगिन-चरसड़ी तटबंध व नदी के बीच में बसे गांवों में बाढ़ की स्थिति है।
तरबगंज तहसील में दुर्गागंज, साकीपुर, तुलसीपुरमाझा, ब्यौंदा माझा, जैतपुर समेत एक दर्जन पंचायतों के 34 गांवों तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है। इन गांवों के लोगों को सरयू के जलस्तर में कमी से राहत तो मिली है मगर चिंता दूर नहीं हो रही है। प्रशासन की ओर से भी तैयारी पूरी कर ली गई है, जिससे समस्या से निपटने में कठिनाई न होने पाए।
अपर जिलाधिकारी सुरेश कुमार सोनी कहते हैं कि संभावित बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में नियमित निगरानी हो रही है। तैयारी पूरी है, किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी। नावों की भी पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है। वहीं, करनैलगंज में ड्रोन कैमरों से तटबंधों की निगरानी कराई जा रही है।
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