Gonda News: अपने लाल की अंतिम विदाई पर रो पड़ा छिटवापुर
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गोंडा में करनैलगंज के छिटवापुर गांव में पार्थिव शरीर आने के बाद रोते-बिलखते परिजन।
करनैलगंज/बालपुर (गोंडा)। अपने लाल की अंतिम विदाई पर छिटवापुर गांव रो पड़ा। रविवार को राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार संपन्न हुआ।
करनैलगंज क्षेत्र के छिटवापुर गांव निवासी सीआरपीएफ जवान अजय प्रताप सिंह शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में गोली लगने से मृत्यु हो गई थी। उनका पार्थिव शरीर शनिवार की देर रात पैतृक गांव पहुंचा तो कोहराम मच गया। अजय की मृत्यु से परिजनों पर गम का पहाड़ टूट पड़ा। कुछ घंटों तक उनका शव अंतिम दर्शन के लिए दरवाजे पर रखा गया। जहां लोगों ने पुष्प अर्पित कर उन्हें अंतिम विदाई दी। सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर रोहित कुमार शुक्ल की अगुवाई में जवानों ने उनको सलामी दी। इसके बाद गांव के एक खेत में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
सीआरपीएफ के जवान अजय प्रताप सिंह के चचेरे भाई जयचंद सिंह ने बताया कि उनके परिवार में पूर्वजों के समय से परंपरा चली आ रही है कि पार्थिव शरीर को एक साथ चार लोग मुखाग्नि देते रहे हैं। इसी परम्परा को कायम रखते हुए शहीद के चचेरे भाई हरीश चंद्र सिंह, रामचंद्र सिंह तथा अजय प्रताप के बड़े भाई अखिलेश प्रताप सिंह व छोटे भाई अखिलेंद्र प्रताप सिंह ने संयुक्त रूप से चिता को मुखाग्नि दी। वैदिक रीति रिवाज के साथ आर्य समाज पद्धति से पंडित तिलकराम तिवारी ने मंत्रोच्चारण कर शहीद का अंतिम संस्कार कराया।
मां से किया था घर आने का वादा, ताबूत में पहुंचा
बीते पांच दिनों से अजय प्रताप ने घर आने की रट लगा रखी थी, वे घर पहुंचे तो मगर ताबूत में चार कंधों के सहारे। बड़ी बेटी अदिति को पांच दिन पहले चोट लगी, उसके पैर की हड्डी टूट गई थी। पैर में प्लास्टर चढ़ा होने और उसके रोने की आवाज सुनकर वह व्याकुल हो गया था। मां धर्म दुलारी से फोन पर कॉल कर छुट्टी लेकर जल्द ही घर आने की बात कहते रहे। मां को क्या पता था कि जिंदगी से ही छुट्टी मिल जाएगी। अजय प्रताप सिंह तीन भाई थे। अखिलेंद्र व अखिलेश दोनों थल सेना में है। अजय की पत्नी प्रीति हाल ही में अपने मायके गई हुई थी। अजय प्रताप अपनी छोटी बेटी आकृति का अप्रैल में जन्म होने के बाद घर में बरही कार्यक्रम कर 15 अप्रैल को ड्यूटी पर रवाना हुए थे। वे वर्ष 2011 में सीआरपीएफ यूनिट छत्तीसगढ़ में भर्ती हुए थे।
विधायक, एसडीएम व सीओ की मौजूदगी में सीआरपीएफ ने दी सलामी
कोतवाली करनैलगंज क्षेत्र के ग्राम छिटवापुर निवासी अजय प्रताप सिंह का शव लेकर शनिवार की रात केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स के तकरीबन एक दर्जन जवान इंस्पेक्टर रोहित कुमार शुक्ला की अगुवाई में गांव पहुंचे। जहां तकरीबन चार घंटे उनके अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव शरीर दरवाजे पर रखा गया। यहां भारी संख्या में जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी एवं दूरदराज क्षेत्र से आए तमाम लोगों ने दर्शन किए। कटरा विधायक बावन सिंह, एसडीएम हीरालाल, सीओ नवीना शुक्ला, भवानी भीख शुक्ला, सहित हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने नम आंखों से विदाई दी। डीएम नेहा शर्मा व पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर उनको श्रद्धांजलि देने गांव नहीं पहुंचे। इसको लेकर गांव में चर्चा बनी रही।
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