Gonda News: अयोध्या में रैली पर रोक से बढ़ी बेचैनी
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गोंडा। महिला पहलवानों के आरोपों से घिरे सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें बढ़ती जा रहीं हैं। अयोध्या में जनचेतना रैली से बड़ा संदेश देने की तैयारी पर अंकुश से जिले की सियासत में बेचैनी बढ़ गई है।
जनचेतना रैली में संत सम्मेलन करने की कवायद में कैसरगंज सांसद जुटे थे। उन्होंने इसमें 11 लाख समर्थकों को जुटाने का दावा किया गया था। यह अलग बात है कि जिस रामकथा पार्क में रैली प्रस्तावित थी उसकी क्षमता 11 लाख से काफी कम है। इसके बाद भी उनके एलान से अयोध्या की सियायत में भी भूचाल आ गया था। माना जा रहा है कि अयोध्या से ही कैसरगंज सांसद ने राजनीतिक पारी की शुरुआत छात्र जीवन से की थी। अब वह अपने कद के हिसाब से सियासत में आगे कदम बढ़ाने की तैयारी में थे।
बीते जनवरी माह में महिला पहलवानों के आरोपों से सुर्खियों में आए सांसद ने अयोध्या से पांच जून को बड़ा संदेश देने की योजना बनाई, लेकिन तय रैली के ठीक दो दिन पहले ही उनकी सारी कवायद पर पानी फिर गया। एकाएक रैली की अनुमति न मिलने की जानकारी के साथ ही सांसद की ओर से ऱैली स्थगित किए जाने का संदेश जारी करने से लोग सकते में हैं। कारण यह है कि अनुमति न मिलने पर उन्होंने कोई पैरवी नहीं की। पार्टी में बात नहीं रखी और न ही सरकार के जिम्मेदारी के सामने अपना पक्ष रखा।
सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने जनचेतना रैली में 11 लाख लोगों को जुटाने का एलान किया था। गोंडा से चार लाख समर्थकों को पहुंचाने के लिए बाकायदा क्षेत्रवार प्रभारियों की सूची बनाई गई थी। इसके अलावा बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, बाराबंकी, अयोध्या, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर व बस्ती से समर्थकों की बहुतायत संख्या रहने की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा था। बृजभूषण शरण सिंह का हेलीकॉप्टर भी खूब उड़ा और तैयारी बैठक में लाखों रुपये खर्च हो गए। उन्होंने बहराइच नगर, बलरामपुर सदर के अलावा बाराबंकी के रामनगर, अयोध्या के रुदौली में समर्थकों की तैयारी बैठक की थी। इन स्थानों पर वह हेलीकॉप्टर से गए थे। अयोध्या के पूराबाजार व फैजाबाद शहर में भी समर्थकों संग मीटिंग में लोगों को लाने का आह्वान किया था। आसपास के जिलों में उनके समर्थक और कार्यकर्ता खासे सक्रिय थे।
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