Gonda News: 752 गांवों की बिजली गुल
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मनकापुर में आंधी के चलते बिजली का खंभा। – संवाद
गोंडा। आंधी-पानी ने भले ही गर्मी से राहत दे दी मगर 752 गांवों में 24 घंटे से बिजली गुल है। इससे करीब 8.5 लाख आबादी ने शनिवार की रात अंधेरे में गुजारी। शनिवार दोपहर आंधी व बारिश के चलते कई स्थानों पर बिजली के खंभे व तार टूटकर गिर गए थे। जिन्हें रविवार शाम तक दुरुस्त नहीं कराया जा सका। इससे संबंधित गांवों में बिजली संकट बरकरार है।
शनिवार दोपहर आई धूल भरी आंधी व बारिश से तमाम पेड़ और उनकी डालों के साथ ही दर्जनों बिजली के खंभे व तार टूट गए थे। इससे बिजली आपूर्ति ठप हो गई। शहर क्षेत्र में पटेलनगर, आवास विकास, गायत्रीपुरम, जानकीनगर आदि मोहल्लों के साथ ही करीब 752 गांवों में पूरी रात बिजली आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी। धानेपुर, राजापुर परसौरा व मेहनौन विद्युत उपकेंद्र से जुड़े गांवों की बिजली आपूर्ति रविवार शाम तक भी नहीं बहाल हो सकी। बिजलीकर्मी 11 हजार वोल्ट की एचटी लाइन की मरम्मत में जुटे हैं। इसके साथ ही जहां-जहां खंभे व तार टूट हैं, उन्हें भी दुरुस्त कराया जा रहा है।
बालपुर क्षेत्र में भी करीब एक लाख आबादी बिजली ठप होने से परेशान है। कटरा बाजार कस्बे में नौ घंटे बाद बिजली आपूर्ति बहाल हो गई। वहीं, रास्तों में जलभराव व कीचड़ से लोगों को परेशानी से जूझना पड़ रहा है।
मोतीगंज की मूसापुर गोशाला में आंधी से टिनशेड गिर गया। इसके ढांचे के नीचे दबने से दो मवेशी गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर पहुंचे ग्राम पंचायत अधिकारी सुधांशु वर्मा व प्रधान प्रतिनिधि बब्बू मिश्र ने पशु चिकित्साधिकारी को बुलाकर पशुओं का इलाज कराया।
वजीरगंज के विद्युत उपकेंद्र मोहनपुर में 16 संविदाकर्मियों की तैनाती है। मगर इनमें से 15 को पोल पर चढ़ना ही नहीं आता। शनिवार को आंधी से जगह-जगह पोल व तार टूटकर गिर गए। जिससे चंदहा, अजबनगर, देवीपुर, बानेपुर, भितरी, चड़उवा, करनीपुर सहित दर्जनभर गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित रही। मगर सिर्फ संविदा कर्मचारी मोहित यादव ही पोल पर चढ़कर फाल्ट दुरुस्त करता रहा। इस वजह से रविवार को भी पूरे क्षेत्र में बिजली आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी।
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