Gonda News: 2,301 विद्यालयों में दिव्यांग बच्चे बनेंगे दक्ष, प्रधानाध्यपक होंगे उतरदायी
[ad_1]
संवाद न्यूज एजेंसी, गोंडा
Updated Fri, 24 Nov 2023 11:59 PM IST
गोंडा के कंपोजिट विद्यालय महाराजगंज में शिक्षकों को प्रशिक्षित करते विशेषज्ञ।
गोंडा।
जिले के परिषदीय विद्यालयों में दिव्यांग बच्चों को दक्ष बनाने के लिए कवायदें शुरू की गई हैं। जिले में कार्यरत 49 स्पेशल एजुकेटर को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। इसके बाद प्रधानाध्यापकों को प्रशिक्षित कर उन्हें दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने से लेकर उनको मुहैया कराई जा रहीं सुविधाओं समेत समर्थ पोर्टल की जानकारी दी जाएगी। ऐसे में प्रधानाध्यापक उत्तरदायी होंगे।
जिले के 2,301 परिषदीय विद्यालयों में कुल 8,745 दिव्यांग बच्चों का नामांकन कराया गया है। इन्हें कक्षा एक से आठ तक बच्चों को समुचित पठन-पाठन का माहौल देने के लिए सबसे पहले 49 स्पेशल एजुकेटर को प्रशिक्षित कर मास्टर ट्रेनर्स की जिम्मेदारी दी है। इन विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। दिव्यांग बच्चों से जुड़ी संवेदनाओं के साथ ही उनके पठन-पाठन को लेकर विशेष तौर पर प्रशिक्षण का प्रावधान किया गया है। वहीं, विशेष तौर पर दिव्यांग बच्चों के पठन-पाठन और उनकी जरूरत के उपकरणों व सामाग्रियों को समयबद्ध तरीके से मुहैया कराया जाएगा। इसके लिए प्रधानाचार्यों को दिव्यांग बच्चों को नोडल नामित करते हुए पहली बार उत्तरदायी बनाया गया है। दिव्यांग अब सामान्य बच्चों की तरह गतिविधियों में शामिल होंगे। साथ ही पढ़ाई में दक्षता हासिल कर सकेंगे।
बीआरसी पर दिया जाएगा प्रशिक्षण
बीआरसी पर प्रधानाध्यापक व नोडल शिक्षक का प्रशिक्षण कराया जाएगा। पांच-पांच दिन दो चरणों में प्रशिक्षण कराया जाएगा। वहीं, 80 दिन दीक्षा पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। ऐसे में दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने के लिए कुल 90 दिनों को प्रशिक्षण दिया जाना है। पहले चरण में प्राथमिकता के आधार पर 23सौ विद्यालयों के नोडल शिक्षकों का चयन किया जाएगा।
[ad_2]
Source link