Gonda News: 278 पहुंच गए डेंगू के केस, अस्पताल में खांसी का सीरप तक नहीं

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गोंडा। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है। संक्रमितों की संख्या पिछले चार सालों का रिकाॅर्ड तोड़कर 278 तक पहुंच चुकी है, लेकिन विभाग के रोकथाम के दावे कागजों तक सीमित हैं।

डेंगू के बढ़ते प्रकोप के बीच मेडिकल कॉलेज में दवाओं की किल्लत भी शुरू हो गई है। हर रोज सर्दी खांसी व वायरल बुखार से पीड़ित 800 से अधिक मरीज आ रहे हैं, लेकिन पिछले एक महीने से उन्हें खांसी की सीरप नहीं मिल रहा है। अन्य कई जीवन रक्षक दवाएं मरीजों को बाहर से खरीदनी पड़ रही हैं।

संक्रामक रोगों से निजात का बीड़ा उठाने वाला विभाग, नगर पालिका और ग्राम पंचायतों का हवाला देकर पल्ला झाड़ रहा है। कोविड बिल्डिंग के बने लैब में जनवरी से अब तक करीब 1,124 लोगों की एलाइजा जांच की गई, जिसमें 278 लोगों की डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव आई। नियमानुसार मलेरिया विभाग की टीम को डेंगू संक्रमितों के घर जाकर स्लाइड बनाती है और साथ ही उसे अन्य निरोधात्मक कार्रवाई करनी चाहिए। टीम को एंटी लार्वा का छिड़काव करने के साथ फॉगिंग करानी चाहिए। मलेरिया विभाग की टीम बस कुछ स्थानों पर फॉगिंग करवाकर फोटो खिंचवा रही है। संचारी रोग के नोडल अधिकारी डॉ. सीके वर्मा का कहना है कि फाॅगिंग व छिड़काव की जिम्मेदारी शहरों में नगरपालिका व गांवों में ग्राम पंचायतों की है।

सीरप की आपूर्ति का इंडेंट भेजा गया

राजकीय मेडिकल कॉलेज में सभी जरूरी दवाएं उपलब्ध हैं। खांसी के सीरप की आपूर्ति का इंडेंट भेजा गया है। जल्द ही उपलब्ध हो जाएगा। अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है।

– डाॅ. वीके गुप्ता, सीएमएस मेडिकल कॉलेज

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