Gonda News: हिरण्यकश्यप वध की कथा सुन भक्त हुए मंत्रमुग्ध

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गोंडा के मनकापुर में हिरण्यकश्यप व नरसिंह भगवान की सजीव झांकी।

मनकापुर (गोंडा)। श्रीमद्भागवत कथा में रविवार की शाम को कथा व्यास गौरव शशांक कृष्ण कौशल जी महाराज ने भक्त प्रहलाद के चरित्र का संगीतमय वर्णन किया। कस्बा के रफी नगर में स्थित विवाह वाटिका में आयोजित हो रहे नौ दिवसीय संगीतमयी कथा में उन्होंने कहा कि भक्त प्रहलाद हिरण्यकश्यप राक्षस का बेटा था। भगवान से उसे यह वरदान मिला कि किसी भी अस्त्र-शस्त्र से नहीं मारा जाएगा। न रात में, न दिन में, न धरती पर, न आकाश में।

वह अपने छोटे भाई का बदला लेने के लिए देवताओं को परेशान करने लगा। एक दिन खंभे से नरसिंह भगवान प्रकट हुए और अपने जंघे पर हिरण्यकश्यप को लिटाकर नाखून से उसका शरीर चीर दिया। इस प्रकार वरदान के अनुरूप वह नरसिंह भगवान के हाथों मारा गया।

कथाव्यास ने जड़भरत की भी कथा का वर्णन किया। मोंटी नटराज ग्रुप के कलाकार नीशू, राकेश, शिवांश, रुद्राक्ष, मोंटी ने राम-लक्ष्मण, सीता, हनुमान, हिरण्यकश्यप, नरसिंह भगवान की सजीव झांकी प्रस्तुत की। जिसे देख श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। यजमान बनारसी लाल साहू, निर्मला देवी, रंगनाथ त्रिपाठी, बनवारी लाल गुप्ता, मनीष साहू, गोपी हांडा, निर्दोष गुप्तारमेश चौधरी व कई मौजूद रहे।

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