Gonda News: चंद्रयान-3 की तर्ज पर बनेगा पंडाल, देवियों के होंगे दर्शन

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गोंडा। शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में शारदीय नवरात्र को लेकर तैयारियां शुरू हो गईं हैं। इस बार रानीबाजार में पंडाल चंद्रयान-3 के तर्ज पर तैयार किया जा रहा है। जो अभी से लोगों के आकर्षण का केंद्र बना है। जय माता की सेवक संघ के व्यवस्थापक शिव कुमार ने बताया कि यहां 39 वर्ष से शारदीय नवरात्र पर्व पर पंडाल सजाया जा रहा है। हर बार पंडाल को नया-नया स्वरूप दिया जाता है। इस बार चंद्रयान-3 की तर्ज पर पंडाल बनाने में कारीगर जुटे हुए हैं।

पंडाल की ऊंचाई 105 फीट और चौड़ाई 40 फीट है। पंडाल बनाने के लिए कोलकाता से आठ कारीगर आए हैं। इसे बनाने में 20 से 25 दिन लगता है। इस बार मां दुर्गा की सीप की प्रतिमा सुल्तानपुर से आएगी।

पूरे जिले में 1217 स्थानों पर मां की प्रतिमा रखी जाती है। पूरे नौ दिन पूजन-अर्चन के बाद दशहरे के दिन मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है। प्रत्येक दिन भक्ति से परिपूर्ण कार्यक्रम, जागरण, देवी जन्म आदि कार्यक्रम होते हैं। ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी शहर में आकर पंडालों में देवी-देवताओं का दर्शन-पूजन करते हैं। महेश मोदनवाल ने बताया कि पंडाल के अंदर मां वैष्णो देवी की गुफा बनाई जाएगी। इसमें मां के तीनों पिंडियों महाकाली, महासरावस्ती और महालक्ष्मी देवी के दर्शन होंगे।

जय माता की सेवक संघ के अध्यक्ष चंद्र मोहन मित्तल ने बताया कि पंडाल सहित देवी-देवताओं की प्रतिमा स्थापित करने में 10 से 12 लाख रुपये खर्च होते हैं। अहम बात यह है कि यहां नवरात्र में पूरे नौ दिन भंडारे का आयोजन किया जाता है। कार्यकर्ता अंकित ने बताया कि बाजार में व्यापारियों काे दिक्कत न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाता है। पंडाल जमीन से काफी ऊंचा बनाया जाता है।

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