Gonda News: सरकारी अस्पतालों को मिले 24 डॉक्टर

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गोंडा। लंबे समय से डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे सरकारी अस्पतालों को तीन विशेषज्ञों समेत 24 नए डॉक्टर मिले हैं। ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए इनकी तैनाती प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर की जाएगी।

जिले के 25 सरकारी अस्पताल बिना डॉक्टर के ही संचालित हो रहे हैं। यहां फार्मासिस्ट व वार्ड ब्वॉय मिलकर मरीजों के इलाज की खानापूर्ति करते हैं। विगत दिनों लखनऊ में हुए साक्षात्कार के जरिए संविदा पर 749 डॉक्टरों का चयन हुआ है। इनमें से 24 डॉक्टरों की तैनाती जिले में की गई है।

सर्जन डॉ. डीएन सिंह व सर्जन डॉ. अविनाश पांडेय के अलावा मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक कुमार का चयन बतौर विशेषज्ञ चिकित्सक हुआ है। इसके अलावा डॉ. मो. रेहान, डॉ. सौरभ मिश्र, डॉ. विवेक राय, डॉ. अरविंद कुमार, डॉ. वीरेंद्र कुमार, डॉ. अभिजीत तिवारी, डॉ. शरद कुमार, डॉ. मेधा यादव, डॉ. सुर्मिला यादव, डॉ. हितेश कुमार कुरील, डॉ. हिमांशु गुप्ता, डॉ. शिवांगी जायसवाल, डॉ. संध्या गुप्ता, डॉ. जुल्फिकार अहमद, डॉ. सुहेल अहमद, डॉ. दीपक वर्मा, डॉ. अजीत कुमार गुप्ता, डॉ. आलोक पांडेय, डॉ. विकास जायसवाल, डॉ. आनंद कुमार व डॉ. बृजेंद्र सिंह की नियुक्ति हुई है।

जिले में 16 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व 52 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित हैं। जिनमें डॉक्टरों के 178 पद सृजित हैं। इसके सापेक्ष जिले में अभी तक 90 डॉक्टर ही तैनात थे। 24 नए डॉक्टरों के कार्यभार ग्रहण करने के बाद जिले में 114 डॉक्टर हो जाएंगे। इसके बाद भी 64 डॉक्टर कम रहेंगे। सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा ने बताया कि 24 नए डॉक्टरों की तैनाती प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर की जाएगी। ताकि सभी पीएचसी पर डॉक्टरों की तैनाती हो सके।

जिला महिला अस्पताल में डॉक्टरों के स्वीकृत पद के सापेक्ष आधे पद रिक्त हैं। जिससे ओपीडी में सिर्फ एक डॉक्टर ही मरीजों का उपचार कर पा रहा है। जबकि अस्पताल की ओपीडी में हर रोज 500 से अधिक मरीजों की भीड़ रहती है।

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