Gonda News: बिना ट्रांसफर के रिलीव किए गए बीडीओ

[ad_1]

गोंडा। पूर्व ब्लॉक प्रमुख राम बहादुर सिंह का विभागीय कार्यों में दखल का विरोध करना वजीरगंज बीडीओ शिवमणि को भारी पड़ गया। उन्हें बगैर तबादले के ही जिले से रिलीव कर दिया गया। आरोप है कि अधिकारियों ने उनका पक्ष सुने बिना ही कार्रवाई की है। वहीं, सीडीओ एम. अरुन्मोलि का कहना है कि विकास कार्यों में लापरवाही की शिकायतें मिलने पर कमिश्नर के निर्देश पर डीएम ने कार्रवाई की है।

बीडीओ शिवमणि की एक जुलाई 2022 को जिले में आमद हुई थी। पिछली सात जुलाई को उन्हें वजीरगंज में तैनाती मिली थी। उन पर बिना बताए अवकाश पर जाने समेत कई आरोप लगे थे, जांच में आरोप सही पाये जाने पर प्रशासन ने कार्रवाई की है। सात जुलाई को मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र कोंड़र गांव में ऋषि पतंजलि की जन्मभूमि पहुंचे तो बीडीओ गैरहाजिर मिले। कमिश्नर ने सीडीओ से बात की तो उन्होंने बीडीओ के बगैर अनुमति अवकाश पर जाने की बात बताई। इस पर मंडलायुक्त ने कार्रवाई के निर्देश दिये।

पूर्व प्रमुख के पक्ष में कई प्रधानों ने विकासखंड कार्यालय पहुंचकर एडीओ को ज्ञापन भी दिया था। मामले में कुछ बताने के लिए ब्लॉक प्रमुख अनीता यादव खुद सामने नहीं आईं, जबकि पूर्व प्रमुख रामबहादुर सिंह इलाज के सिलसिले में राजधानी लखनऊ में थे। बीडीओ शिवमणि को ग्राम्य विकास विभाग आयुक्त कार्यालय लखनऊ भेजा गया है। जबकि रुपईडीह के बीडीओ रितिक श्रीवास्तव ने वजीरगंज का अतिरिक्त प्रभार संभाल लिया है।

बीडीओ शिवमणि का कहना है कि गैरहाजिरी के दौरान एडीओ (आईएसबी) को कार्यभार दे गए थे। शिवमणि का कहना है कि पूर्व ब्लॉक प्रमुख का विभागीय कार्यों में लगातार बढ़ता दखल देख उन्होंने 11 सितंबर को ब्लॉक प्रमुख कार्यालय में ताला लगवा दिया था। ब्लॉक प्रमुख अनीता यादव के परिसर में न बैठने और उनके स्थान पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख रामबहादुर सिंह की दबंगई की पुलिस से शिकायत की थी। एसपी अंकित मित्तल से भी मिले थे, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। शिवमणि का कहना है कि पूरे मामले की शिकायत सीएम कार्यालय भेजी है।

[ad_2]

Source link