Gonda News: 20 डॉक्टरों और 146 स्वास्थ्यकर्मियों का वेतन रोका

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गोंडा। जिले में बेपटरी हो चुकी स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए नवागत जिलाधिकारी ने सख्ती शुरू कर दी। बुधवार को जिलेभर में एक साथ कराए गए औचक निरीक्षण में नदारद पाए गए डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों पर कार्रवाई की गई। सीएचसी व पीएचसी से बुधवार को बिना सूचना के नदारद पाए गए 20 डॉक्टरों व 146 स्वास्थ्यकर्मियों का वेतन रोक दिया गया है। डीएम ने सख्त निर्देश दिए हैं कि यदि दूसरी बार कोई डॉक्टर या स्वास्थ्यकर्मी बिना सूचना के अनुपस्थित पाया गया तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

करनैलगंज सीएचसी से बुधवार को अनुपस्थित पाए गए डॉ. सुशील त्रिपाठी, डॉ. इमरान मोहम्मद, डॉ. मुदस्सिर व डॉ. एके गुप्ता का वेतन रोका गया है। नवाबगंज सीएचसी के अधीक्षक डॉ. विनियेश त्रिपाठी, हलधरमऊ सीएचसी की डॉ. सबीना बानो, सीएचसी परसपुर के डॉ. रामकृष्ण वर्मा, डॉ. संजय, पीएचसी कंजेमऊ की डॉ. विभा तिवारी, पीएचसी रुपईडीह के डॉ. अजय यादव, पीएचसी माधवपुर की डॉ. कृतिका, पीएचसी पकड़ी के डॉ. सौरभ तिवारी, पीएचसी रांगी के डॉ. उदय प्रताप समेत 20 डॉक्टरों का वेतन रोका गया है।

सीएचसी काजीदेवर, रुपईडीह, इटियाथोक, मुजेहना, नबावगंज, बेलसर, वजीरगंज, करनैलगंज, हलधरमऊ, कटरा बाजार, मनकापुर, बभनजोत व परसपुर और पीएचसी पूूरे तिवारी, इमलिया मिश्र, रामनगर तरहर, टिकरी, माधवपुर, पकड़ी, रांगी, डुमरियाडीह, बरगदी, धनावा, कांजेमऊ, पूरे तिवारी, पसका, भौरीगंज, मसकनवा में 146 स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी से नदारद मिले थे। डीएम ने इन सभी का वेतन रोकने के साथ ही स्पष्टीकरण तलब किया है। साथ ही चेतावनी जारी की है कि दोबारा बिना सूचना के ड्यूटी से नदारद रहने पर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

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