Gonda News: आठ घंटे ठप रही ऑक्सीजन सप्लाई, 12 की जान पर बन आई

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बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय में भर्ती मरीज। -संवाद

गोंडा। उच्चीकृत होने के बाद से ही बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय में स्वास्थ्य सेवाएं बेपटरी हो गई हैं। मेडिकल कॉलेज का हिस्सा बनने के बाद लोगों की उम्मीदें तो बढ़ीं मगर विभाग उन पर खरा नहीं उतर रहा है। शनिवार को विभिन्न वार्डों में भर्ती मरीजों को करीब आठ घंटे ऑक्सीजन नहीं मिल सकी।

बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय में शनिवार को तकनीकी खराबी के कारण सुबह दस बजे ही ऑक्सीजन प्लांट से आपूर्ति बंद हो गई। वैकल्पिक तौर पर इस्तेमाल के लिए ऑक्सीजन सिलिंडर भी अस्पताल में नहीं थे। इससे करीब एक दर्जन मरीजों की सांसें उखड़ने लगीं। तीमारदारों के काफी जद्दोजहद करने पर कुछ गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के सहारे सांस दिलाई गई। जबकि अन्य मरीजों की सांसें फूलती रहीं। इससे 12 मरीजों की जान पर बन आई, किसी प्रकार उन्हें बचाया गया।

धानेपुर के बग्गीरोड निवासी शहजाद को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, जिसके चलते शनिवार को उन्हें बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय के पुरुष मेडिकल वार्ड में भर्ती कराया गया। ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने से मरीज को दिक्कत होने लगी। झंझरी के मधईपुरवा निवासी दीनानाथ को भी ऑक्सीजन की जरूरत थी मगर स्वास्थ्यकर्मियों ने कुछ देर बाद कंसंट्रेटर लगाने को कहा। महिला मेडिकल वार्ड में भर्ती बालपुर की आरती देवी को भी ऑक्सीजन नहीं मिलने से दिक्कत हुई।

अस्पताल के क्षेत्रीय निदान केंद्र में स्थापित सीटी स्कैन मशीन चार महीने से खराब है। इससे प्रतिदिन करीब 70 मरीजों को बाहर से महंगी जांच करानी पड़ रही है। शनिवार को खून की जांच भी बंद रही, जिससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

बाबू ईश्वर शरण चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. पीडी गुप्ता ने बताया कि कंप्रेशर की समस्या के कारण ऑक्सीजन प्लांट बंद हो गया है। इसकी सर्विसिंग कराने की जरूरत है। स्टीमेट बनाकर संबंधित कंपनी को भेजा गया है। ऑक्सीजन सिलिंडर की उपलब्धता कराई जाएगी। जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की मदद ली जा रही है।

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