Gonda News: एफआईआर के बाद बढ़ीं पंचायत सचिव की मुश्किलें

[ad_1]

गोंडा। बहुचर्चित पंचायत सचिव नौशाद अहमद अंसारी पर सरकार विरोधी टिप्पणी करने व समाज में नफरत फैलाने के आरोपाें को बीजेपी जिलाध्यक्ष ने भी गंभीरता से लिया है। उन्होंने डिप्टी सीएम को पत्र लिखकर ग्राम पंचायत सचिव पर जिला पंचायत अध्यक्ष को लेकर मनगढ़ंत व झूठे आरोप लगाने व कर्मचारी आचरण नियमावली के खिलाफ जाकर झूठी सूचना प्रसारित करने और समाज में नफरत फैलाने को लेकर कार्रवाई की मांग की है। जिलाधिकारी नेहा शर्मा से भी भाजपा जिलाध्यक्ष ने मामले में कार्रवाई की मांग की है। डीएम ने उन्हें जांच रिपोर्ट आने के बाद अनुशासनात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

भाजपा जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप ने कहा कि सरकारी नौकरी में होते हुए पंचायत सचिव नौशाद अहमद अंसारी विकासखंड पर अपने लोगों को बैठाकर सरकार के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं। वहीं प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ नफरती भाषा का इस्तेमाल कर चुके हैं। पंचायत सचिव नौशाद अहमद ने जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम मिश्र के भाई व बेटे को लेकर कर्मचारी आचरण नियमावली के खिलाफ जाकर मनगढ़ंत व झूठी सूचनाएं प्रसारित की हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष को बदनाम करने के साथ ही लगातार समाज के लिए बेहतर ढंग से काम कर रही सरकार की छवि धूमिल कर रहे हैं। उन्होंने डिप्टी सीएम को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है।

वहीं, पंचायत सचिव नौशाद अहमद ने बताया कि हमने अपना पक्ष लिखित रूप से जिलाधिकारी को भेज दिया है। हमारे मीडिया से बातचीत करने पर उच्चाधिकारियों ने पाबंदी लगा दी है। बता दें कि पंचायत सचिव के वर्ष 2016 में किए गए एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर नगर कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं पंचायत सचिव पर विभागीय कार्रवाई की तलवार भी लटक रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि जांच रिपोर्ट आने के बाद उनका निलंबन तय है।

डीपीआरओ लालजी दूबे ने बताया कि मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में है। उच्चस्तरीय निर्णय के बाद सचिव के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अभी कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

[ad_2]

Source link