Gonda News: ओटी में लगा ताला, इमरजेंसी से रेफर हुईं 17 गर्भवती
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संवाद न्यूज एजेंसी, गोंडा
Updated Sun, 20 Aug 2023 10:55 PM IST
गोंडा। जिला महिला अस्पताल में बेपटरी हुई स्वास्थ्य व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। अस्पताल में रविवार को गर्भवतियों का ऑपरेशन नहीं हो सका। ओटी में ताला लटकता रहा। मरीजों को इमरजेंसी से ही बेहोशी के डॉक्टर न होने का हवाला देकर रेफर कर दिया गया।
बेहोशी का डॉक्टर न होने के कारण रविवार को भी गर्भवतियों का ऑपरेशन ठप रहा। इमरजेंसी के सामने नोटिस चस्पा कर दी गई है कि अस्पताल में रेगुलर निश्चेतक छुट्टी पर हैं, ऑपरेशन की सुविधा आज अस्पताल में नहीं है। मरीजों को इमरजेंसी से ही मेडिकल कॉलेज बहराइच व क्वीन मेरी हॉस्पिटल लखनऊ के लिए रेफर कर दिया गया।
तरबगंज निवासी दीपक ने बताया कि पत्नी मनीषा को प्रसव पीड़ा होने के कारण अस्पताल लाया गया, लेकिन बेहोशी का डॉक्टर न होने का हवाला देकर रेफर कर दिया गया है। पिंकी, कमला, गिरीशा, रिंकी सहित 17 गर्भवतियों को इमरजेंसी ने रेफर कर दिया गया। वहीं एक दर्जन से अधिक लोग बिना भर्ती कराए ही मरीज को निजी अस्पतालों में लेकर चले गए। मनकापुर के निवासी कंचन के तीमारदार ने बताया कि वे शुक्रवार से मरीज को भर्ती कराए हैं। शनिवार को भी ऑपरेशन नहीं हुआ और रविवार को भी नहीं किया गया।
डॉक्टर 14 दिन की छुट्टी पर, पैनल वाले बना रहे बहाना
महिला अस्पताल में संबद्ध अकेले बेहोशी के डॉक्टर कुमार ज्ञानम विगत 16 अगस्त से 14 दिन की छुट्टी पर चले गए। पैनल में शामिल चारों डॉक्टरों ने एनेस्थीसिया देने से हाथ खड़े कर दिए हैं। महिला अस्पताल में कोई नियमित बेहोशी का डॉक्टर नियुक्त नहीं है। सीएमओ के अधीन डॉ. कुमार ज्ञानम को यहां संबद्ध किया गया है। वहीं, डॉ. अनिल तिवारी, डॉ. अनूप सैनी, डॉ. बीपी सिंह व डॉ. नितिन गुप्ता के पैनल को ऑनकाॅल के लिए नामित किया गया है। लेकिन पिछले दो दिनों से कोई चिकित्सक अस्पताल नहीं आ रहा है।
बेहोशी के डॉक्टर नितिन गुप्ता व बीपी सिंह शहर के बाहर गए हुए हैं। डॉ. अनूप तीन दिन के आकस्मिक अवकाश पर हैं। डॉ. अनिल तिवारी ने बुधवार तक आने को कहा है। अस्पताल के इमरजेंसी से ही मरीजों को एंबुलेंस बुलाकर मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया जा रहा है। ताकि समय से ऑपरेशन होकर जच्चा-बच्चा की जान बचाई जा सके।
– डॉ. शालू महेश, सीएमएस
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