Gonda News: अवैध खनन से नव्य अयोध्या की राह में रोड़े
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नवाबगंज में खनन से जर्जर हुई जैतपुर माझा के नंगूपुरवा जाने वाली सड़क। – संवाद
गोंडा। अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्मस्थली पर भव्य राममंदिर निर्माण के साथ ही सांस्कृतिक क्षेत्र विकसित करने की कवायद में बालू के अवैध खनन से संकट बना हुआ है। नव्य अयोध्या में नवाबगंज के साथ ही 63 गांवों को शामिल किया गया है। इनमें से कई गांवों में लंबे समय से अवैध खनन होता रहा है। इससे नव्य अयोध्या की राह में रोड़े जरूर जाएंगे।
अयोध्या विकास प्राधिकरण का दायरा बढ़ाते हुए शासन ने नवाबगंज नगर पालिका क्षेत्र के साथ ही सरयू के तटवर्ती इलाके में परिक्रमा मार्ग के कई गांवों को नव्य अयोध्या की प्लानिंग में शामिल कर रखा है। इसके बाद भी इन गांवों में अवैध खनन का खेल नहीं रुक सका। जिससे नव्य अयोध्या के दायरे में आने वाले कई गांवों में खनन से गड्ढे होते गए। ये गांव बाढ़ का दंश तो पहले ही झेल रहे थे, अवैध खनन ने हालात और खराब कर दिए। इससे अयोध्या के विस्तार की कवायद ठिठक सी गई है।
सरयू तीरे बसे तुलसीपुर माझा और दुर्गागंज में अयोध्या विकास प्राधिकरण ने रामकथा पार्क के निर्माण की तैयारी की थी। यहां लोग अभी से ही अयोध्या की भव्यता का दर्शन करते हैं। मगर यह दोनों गांव अवैध बालू खनन के दायरे में हैं। इससे योजना के क्रियान्वयन में अड़चनें सामने आनी तय हैं।
अयोध्या के साथ ही नवाबगंज के गांवों में विकास की नई तस्वीर की उम्मीद लोगों में जगी थी। मगर यहां तो अवैध खनन का काला कारोबार इस कदर फल-फूल रहा है कि उम्मीद पर ही पानी फिरता दिख रहा है। इसमें स्थानीय प्रभावशाली लोग भी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकते हैं। क्षेत्र के जैतपुर माझा, महेशपुर, लोलपुर, तुलसीपुर, दुर्गागंज, माझाराठ, दत्त नगर, साकीपुर में बालू के अवैध खनन का खेल कई सालों से चल रहा है। जिम्मेदार महकमों के अधिकारी सब कुछ जानकर भी अंजान बने रहे।
बालू के अवैध खनन की जांच शुरू होने से खलबली मची है। कई की धड़कनें तेज हो गईं हैं। मामले में क्षेत्र के खनन माफिया हाफिज अली ज्यादा मुश्किल में है और वह ठिकाना खोज रहा है। इस बार जांच में जिले के सबसे बड़े नेता का नाम शामिल होने से चर्चाएं भी खासी हैं। इससे माना जा रहा है कि मैनेजमेंट के दांव में एक बार फिर आरोप की जिम्मेदारी किसी न किसी के सिर पर थोपी जानी तय है। सभी की निगाहें एनजीटी की ओर से बनाई की जांच टीम पर टिकी हैं। प्रशासन ने तो बालू के अवैध भंडारण की रिपोर्ट तैयार कर ली है।
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