Gonda News: झमाझम बरसा पानी, झूमी खेती-किसानी

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संवाद न्यूज एजेंसी, गोंडा

Updated Sat, 29 Jul 2023 10:42 PM IST

गोंडा में बारिश होने पर खेत में यूरिया का झिड़काव करते किसान। -संवाद

गोंडा। झमाझम बारिश से शनिवार का दिन अन्नदाताओं के लिए खास रहा। सुबह हुई झमाझम बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए। पथराई धरती पर मुरझा रही धान की नर्सरी को फिर से संजीवनी मिल गई। गन्ना किसानों के चेहरे भी खिल गए। हालांकि ये बारिश सूखे से पथरा चुकी धरती की पूरी तरह प्यास नहीं बुझा सकी। वहीं, कई इलाकों में जलभराव से लोगों को परेशान होना पड़ा।

शनिवार सुबह शुरू हुई रिमझिम बारिश के कुछ ही देर बाद काले बादलों ने तेवर दिखाना शुरू कर दिया। जिले के अधिकांश हिस्सों में करीब आधे घंटे झमाझम बारिश हुई। इससे खेती-किसानी झूम उठी। खेतों में सूख रही धान की नर्सरी खिल उठी। गन्ने की फसल को भी फायदा हुआ। हालांकि, सूखे की वजह से पथरा चुके धान के खेतों की प्यास पूरी तरह से नहीं बुझ सकी। बारिश बंद होने के बाद किसानों ने खेत में पहुंचकर कीटनाशक व तरल यूरिया का छिड़काव शुरू कर दिया।

इटियाथोक के किसान राजू यादव ने कहा कि बारिश से किसानों को काफी फायदा हुआ है। धान की फसल सूखने के कगार पर थी मगर बारिश से फसल को संजीवनी मिल गई। गन्ना को फायदा हुआ मगर सब्जी की फसलों को नुकसान हुआ है। मसकनवा संवाद के अनुसार बारिश से किसानों को थोड़ी राहत मिली। करीब 22 दिन से बरसात न होने से किसानों की फसल सूख रही थी। धान की रोपाई के बाद किसानों को इंजन व पंपिग सेट से फसल की सिंचाई करनी पड़ रही थी। क्षेत्र के किसान रामउजागर, शिवबरन, धर्मेंद्र, राजेंद्र प्रसाद, सुमिरन, जगदंबा आदि ने बताया कि बारिश होने से कुछ दिनों तक फसल की सिंचाई नहीं करनी पड़ेगी। आसमान में छाए बादलों से उम्मीद है कि अभी और बरसात होगी।

इटियाथोक संवाद

के अनुसार शनिवार सुबह तेज बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली। करीब पखवारे भर बाद हल्की सी बरसात हुई। इससे किसानों को फायदा मिला। हालांकि बारिश काफी कम क्षेत्रों में हुई। इससे अधिकतर किसान मायूस रहे। काले बादल छाए रहने व बारिश के चलते वाहन चालकों को दिन में भी लाइट जलाकर चलना पड़ा

बरसात के बाद कुछ समय के लिए लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली मगर दोपहर बाद फिर से उमस शुरू हो गई। जिससे लोग पसीने से तरबतर दिखे। गांवों में जलभराव से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इंद्रापुर निवासी राहुल शुक्ल, आदेश, गोलू आदि ने जिला प्रशासन से जलनिकासी की व्यवस्था कराने की मांग की है।

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