Gonda News: सरयू में उफान, बारिश से खतरे के निशान की ओर बढ़ी नदी

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गोंडा में उफान पर सरयू नदी।

गोंडा। बारिश से नदियों के जलस्तर में खतरे के निशान की ओर बढ़ रहे हैं। इससे तरबगंज क्षेत्र के गावों में बाढ़ का संकट बढ़ गया है। करनैलगंज में तटबंधों के कारण बाढ़ नियंत्रित रहेगी, तटबंधों में कटान की आशंका पर ही बाढ़ का खतरा बढ़ेगा। वहीं तरबगंज के करीब 200 गावों में बाढ़ का आना तय माना जा रहा है। जिस तरह से जल स्तर अभी बढ़ रहा है, उसके हिसाब से 16 जुलाई तक कुछ गावों में बाढ़ का पानी पहुंचने लगेगा।

सरकारी रिपोर्ट की मानें तो नदियों के जलस्तर में वृद्वि हो रही है। बीते 30 जून को एलगिन ब्रिज के पास सरयू नदी का जलस्तर 103.916 मीटर दर्ज किया गया। नदी का पानी खतरे के निशान से 2.16 मीटर नीचे था। वहीं पानी डिस्चार्ज 86 हजार 371 क्यूसेक दर्ज किया गया। इसके दो दिन बाद रविवार को जलस्तर एक मीटर के करीब बढ़ गया और अब नदी का जलस्तर 104.536 दर्ज किया गया। वहीं खतरे के निशान से नदी सिर्फ 1.54 मीटर की नीचे रह गई है। पानी का डिस्चार्ज भी बढ़कर एक लाख 95 हजार 492 क्यूसेक हो गया है। इससे नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी होना तय है।

माना जा रहा है कि जिस तरह से नदियों में पानी का डिस्चार्ज बढ़ रहा है, उससे जलस्तर तेजी से बढ़ेगा। इसके कारण तरबगंज के माझा क्षेत्र के गावों में बाढ़ का खतरा अभी से मंडराने लगा है। फिलहाल अभी किसी गांव में पानी तो नहीं पहुंचा है, लेकिन जैतपुर, साकीपुर, दुर्गागंज आदि गावों में सरयू नदी खेतों को निशाना बनाने लगी है। गावों की ओर भी नदियों का पानी रुख कर सकता है।

— नदियों की स्थिति पर पूरी नजर रखी जा रही है। हर दिन जलस्तर और डिस्चार्ज की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। संभावित बाढ़ से होने वाली समस्याओं पर लोगों की मदद के लिए तैयारी कर ली गई है।

– राजेश कुमार श्रीवास्तव, जिला आपदा विशेषज्ञ

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