Gonda News: 100 गांवों में बिजली गुल, 62 गांवों में लो वोल्टेज
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नवाबगंज के लौव्वा वीरपुर में बिजली लाइन की मरम्मत करते कर्मचारी। -संवाद
गोंडा। बारिश के बाद तापमान में गिरावट होने से बिजली की खपत कम जरूर हुई मगर आपूर्ति व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है। बृहस्पतिवार रात से जिले के करीब सौ गांवों में पावरकट है। वहीं, 62 गांवों में बिजली रहने के बावजूद लो वोल्टेज के कारण बल्ब भी नहीं जल सके। कई गांवों में हाई वोल्टेज के चलते बिजली के उपकरण जल गए।
सुभागपुर व इटियाथोक फीडर के तहत करीब सौ गांवों में बृहस्पतिवार रात से बिजली ठप है। वहीं, इंद्रापुर, भटवलिया, त्रिकोलिया, तुर्काडीहा, कंधरातेजी, पड़रीकृपाल, लुवांआ, लुवांई, संदेशवा, भंडहा समेत 62 गांवों में लो वोल्टेज की समस्या के कारण लोगों को पूरी रात अंधेरे में गुजारनी पड़ी।
खरगूपुर, मेहनौन, धानेपुर, परसपुर, नवाबगंज और वजीरगंज क्षेत्र में लो वोल्टेज के बाद अचानक हाई वोल्टेज आने के कारण घरों में लगी एलईडी, ट्यूबलाइट, इनर्वटर, टीवी सहित बिजली के अन्य उपकरण जल गए। इससे उपभोक्ताओं को नुकसान उठाना पड़ा।
विश्नोहरपुर संवाद के अनुसार नवाबगंज के लौव्वावीरपुर स्थित 33 केवी विद्युत उपकेंद्र की लाइन में बृहस्पतिवार को फाल्ट आ गया। इससे क्षेत्र में पूरी रात बिजली आपूर्ति बाधित रही। नगरीय क्षेत्र की बिजली आपूर्ति अलग फीडर से बहाल की गई। बृहस्पतिवार दोपहर एक बजे के करीब 33 केवी लाइन के दो केबल आपस में छू जाने से 15 बॉक्स जल गए थे। जिससे विद्युत आपूर्ति बाधित हो गयी। देर रात तक प्रयास के बाद भी लाइन का फाल्ट सही नहीं हो सका था। शुक्रवार को विद्युत विभाग कि टीम सुबह से लाइन दुरुस्त करने में लगी रही मगर बारिश के चलते दिक्क़तो का सामना करना पड़ रहा है। अवर अभियंता गुड्डू यादव ने बताया है कि सुधार कार्य जारी है, जल्द ही सप्लाई बहाल हो जाएगी।
तेज बारिश के कारण बिजली संबंधी दुर्घटनाओं से बचाव के लिए पावर कॉर्पोरेशन ने उपभोक्ताओं के लिए एडवायजरी जारी की है। लोगों से बिजली के खंभों, उपक्रेंदों, ट्रांसफॉर्मर और स्ट्रीट लाइट से दूर रहने की अपील की है। पावर कॉर्पोरेशन के मुख्य अभियंता दीपक अग्रवाल ने कहा कि बच्चे जलभराव वाले पार्क और बिजली के खंभों के पास न खेलें। मानसून के दौरान कुछ खास समस्याएं उत्पन्न होती हैं जिनमें सड़कों पर जलभराव, तेज हवा चलने से पेड़ों के उखड़ने से बिजली कटौती की जाती है। जनजीवन और बिजली उपकरणों की सुरक्षा के लिए जरूरी हो तो तुरंत प्रभावित इलाके में एहतियातन बिजली काट दी जाए। घरों में बिजली संबंधी मरम्मत कार्य सिर्फ विभाग के अधिकृत लाइनमैन से ही कराएं। मीटर केबिन में रिसाव होने पर मेन स्विच बंद कर दें।
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