Gonda News: 10 घंटे ही मिल रही बिजली, उपभोक्ता बेहाल

[ad_1]

गोंडा। जिले में तापमान 44 डिग्री के पार पहुंच गया। गर्मी से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। ऐसे में अघोषित बिजली कटौती उपभोक्ताओं के लिए मुसीबत बन गई है। तपिश से लोगों को न घर में चैन है और न ही बाहर आराम मिलता है। लो-वोल्टेज की वजह से बिजली के उपकरण भी फेल हो गए हैं। गांवों में लोग राहत के लिए पेड़ों की छाया का सहारा ले रहे हैं।

जून महीने में भीषण गर्मी से जिले में हर घंटे बिजली की खपत बढ़कर 269 मिलियन यूनिट तक पहुंच गई है। इससे शहर से लेकर गांवों तक अघोषित कटौती व लो-वोल्टेज की समस्या बढ़ गई है। बिजली के संसाधन जवाब दे चुके हैं, जिससे लोग प्रकृति का सहारा लेते हुए वृक्षों की छांव में दिन बिताने को मजबूर है। ग्रामीण क्षेत्रों में बमुश्किल दस घंटे ही बिजली आपूर्ति मिल पा रही है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश है। करनैलगंज सहित कई स्थानों पर उपकेंद्र घेरकर प्रदर्शन करने की तैयारी चल रही है।

लो-वोल्टेज के कारण कूलर व पंखे फेल हो गए हैं। गर्मी से राहत पाने के लिए ग्रामीण बाग में दोपहर बिता रहे हैं। तरबगंज के झामपुरवा निवासी रमेश मिश्र ने बताया कि प्रचंड गर्मी ने जीवन अस्त-व्यस्त कर रखा है। ग्रामीण क्षेत्रों में 10-12 घंटे ही विद्युत आपूर्ति हो पाती है। सुसेला निवासी गोपाल सिंह ने बताया कि क्षेत्र में लो-वोल्टेज की बड़ी समस्या है। घर के पंखे या कूलर पर्याप्त हवा नहीं दे पा रहे हैं। जमथा निवासी शिवराम पांडेय ने कहा कि भीषण गर्मी में बदहाल विद्युत आपूर्ति से परेशानी हो रही है। कटहा निवासी हंसराज पांडेय ने बताया कि विद्युत कटौती का क्रम दिनभर जारी रहता है। कहीं-कहीं शाम को भी बिजली गुल हो जाती है जो देर रात तक नहीं आती।

करनैलगंज व परसपुर क्षेत्र में बिजली की समस्या को लेकर परसपुर विकास मंच के अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने ऊर्जा मंत्री को ज्ञापन भेजा है। जिसमें करनैलगंज में बिजली कटौती व ट्रिपिंग की समस्या दूर कराने की मांग की गई है। ज्ञापन में कहा है कि नगर पंचायत स्तर पर 18 घंटे व तहसील स्तर पर 20 घंटे निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति का दावा किया जा रहा है मगर करनैलगंज व परसपुर क्षेत्र में 10 से 12 घंटे भी निर्बाध रूप से आपूर्ति नहीं मिल रही है। हर आधे घंटे में बिजली कटौती व ट्रिपिंग से क्षेत्र के उपभोक्ता त्रस्त हैं। मांग की है कि समस्या को गंभीरता से लेते हुए इस भीषण गर्मी में 18 से 20 घंटे निर्बाध रूप से बिजली प्रदान की जाए। ज्ञापन में यह भी लिखा है कि मांग पूरी नहीं हुई तो जनहित के लिए तमाम सामाजिक संगठनों व जनता के साथ मिलकर आंदोलन करने को बाध्य होंगे। ज्ञापन में राम मनोहर तिवारी, हर्षित सिंह, एडवोकेट अजय सिंह का नाम शामिल है।

पावर कॉर्पोरेशन के अधीक्षण अभियंता रामनरेश सरोज का कहना है कि गर्मी बढ़ने से जिले में बिजली की खपत बढ़ गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में फाल्ट से सप्लाई बंद करनी पड़ रही है। मगर पावर कॉर्पोरेशन की टीम बिजली चोरी व लाइन लॉस कम करने के लिए अभियान चला रही है। जल्द ही व्यवस्था में सुधार होगा।

[ad_2]

Source link