Gonda News: लाल, हरे व पीले होंगे निपुण स्कूल

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गोंडा। गर्मी की छुट्टियां खत्म होने के बाद 16 जून से परिषदीय स्कूलों को निपुण बनाने का अभियान तेज होगा। जिले के 2,611 परिषदीय स्कूलों में से 883 स्कूलों को दिसंबर तक निपुण बनाने का लक्ष्य विभाग ने तय किया है। इसके लिए अब स्कूलों की तीन रंगों के आधार पर ग्रेडिंग होगी। ग्रेडिंग के अनुसार ही स्कूलों को लाल, पीले व हरे रंग में बांटा जाएगा। साथ ही यह भी तय होगा कि किस स्कूल के विद्यार्थी कितने निपुण हो चुके हैं। इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

प्राइमरी कक्षा के विद्यार्थियों को निपुण लक्ष्य के तहत पढ़ाया जा रहा है। दिसंबर 2023 तक इन बच्चों को हिंदी और गणित विषयों में निपुण बनाने की कवायद जारी है। दूसरी ओर परिषद ने परिषदीय स्कूलों की निपुण ग्रेडिंग भी शुरू कर दी है। दिसंबर 2023 तक निपुण लक्ष्य पाने के लिए प्राथमिक विद्यालयों में 16 जून से प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। डीएलएड प्रशिक्षुओं के माध्यम से कक्षा एक से तीन तक के विद्यार्थियों के साक्षर होने की प्रगति की जांच होगी।

जिले में 2611 प्राथमिक/कंपोजिट विद्यालय हैं। विभाग की कवायद है कि दिसंबर 2023 तक इनमें से 883 विद्यालयों को यह लक्ष्य पूरा करना है। बच्चों के निपुण होने के प्रतिशत के आधार पर स्कूलों की पहचान रंगों से तय होगी। जिसमें 15 से 20 प्रतिशत वाले विद्यालयों को हरे, 50 से 60 फीसदी वाले को पीले और 20 फीसदी वाले स्कूलों को लाल श्रेणी में रखा जाना है। इससे तय होगा कि कितने स्कूलों में कितने बच्चों को अभी निपुण बनाना है। बीते जनवरी से मार्च तक स्कूलों के हुए सत्यापन में अभी स्कूलों में सुधार की गुंजाइश है। इसके लिए 16 जून से अभियान तेज होगा।

बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि स्कूलों को निपुण बनाने के लिए अभियान चल रहा है। छुट्टियों के बाद स्कूलवार लक्ष्य तय करके निपुण स्कूल घोषित करने की कार्रवाई की जाएगी।

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