Gonda News: देवर ने किया था सूफिया का कत्ल

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करनैलगंज में सूफिया हत्याकांड के बारे में बतातीं सीओ नवीना शुक्ला। – संवाद

गोंडा। साईं तकिया कपूरपुर गांव की रहने वाली सूफिया की हत्या उसके देवर ने ही की थी। पुलिस ने रविवार को आरोपी देवर को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा किया। पुलिस के मुताबिक सूफिया के नाजायज रिश्तों के शक में देवर ने वारदात अंजाम दी थी।

सीओ नवीना शुक्ला ने बताया कि मो. नसीम की पत्नी सूफिया की 28 अपैल की रात बाजार से लौटते समय चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। चचेरे ससुर युनूस अली ने करनैलगंज कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। खुलासे के लिए एसओजी, करनैलगंज पुलिस व सर्विलांस टीम को लगाया गया था।

सीओ ने बताया कि हत्या के समय सूफिया के चचेरे देवर मैनुद्दीन के मोबाइल की लोकेशन भी वारदात स्थल की मिली। हिरासत में लेकर पूछताछ में उसने गुनाह कुबूल कर लिया। मैनुद्दीन ने बताया कि उसे शक था कि सूफिया के किसी व्यक्ति से नाजायज ताल्लुकात हैं। वह कई दिन से उस पर नजर रख रहा था।

शुक्रवार देर शाम सूफिया जब बाजार गई तो वह भी दवा लेने गया था। वापस लौटने पर सूफिया घर में नहीं मिली। मैनुद्दीन ने बताया कि वह तलाशने निकला तो सूफिया गन्ने के खेत से आती दिखाई पड़ी। इस पर आग बबूला होकर उसने चाकू से गोदकर उसकी हत्या कर दी। फिर शव व सूफिया का मोबाइल वहीं छिपाकर भाग गया।

सीओ ने बताया कि मैनुद्दीन की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू बरामद कर लिया गया है। खुलासा करने वाली पुलिस टीम में इंस्पेक्टर सुधीर कुमार सिंह, एसओजी प्रभारी संतोष कुमार सिंह, उपनिरीक्षक विनय पांडेय, अंबुज शर्मा, राजू सिंह, हृदय नारायण दीक्षित, यशवंत यादव, अंशुमान पांडेय, मनीष यादव, आलोक यादव व समरीन शामिल रहीं।

सूफिया का पति मो. नसीम पांच साल से सऊदी अरब में रहकर मजदूरी करता है। नसीम वहां से हर माह पत्नी को पैसे भेजता था। जिससे वह घर का खर्च चलाने के साथ ही जरूरतमंदों की मदद भी करती थी। चचेरे देवर मैनुद्दीन ने सूफिया से पैसे मांगे तो उसने इंकार कर दिया था। इससे भी वह खफा था। अवैध संबंधों का शक और पैसे न मिलना सूफिया के कत्ल की वजह बन गई।

मैनुद्दीन ने योजनाबद्ध तरीके से वारदात अंजाम दी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सूफिया के गले, सिर, चेहरे पर दोनों तरफ वार के पांच निशान मिले हैं। ये पांचों वार ताबड़तोड़ किए गए। इससे पता चलता है कि कातिल ने सूफिया को संभलने का मौका नहीं दिया और पांच सेकेंड में ही वारदात अंजाम दे डाली।

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